माना दोस्ती में प्रेम में कोई नियम कानून नहीं होते। सबकुछ 'फेयर' होता है।
पर दुश्मनी में, ईर्ष्या में, बीमार प्रतिस्पर्धा में कोई 'फेयर एंड लवली' काम नहीं करता क्योंकि यहाँ दिल और दिमाग बहुत काले हो जाते हैं। इसलिए इनके रूल्स फॉलो करने ही करने पड़ते हैं।
-रश्मि दीदी कहिन... 😁😁