Friday, November 11, 2022

धनतेरस

ना ना... धनतेरस धन के लिए नहीं बल्कि उत्तम स्वास्थ्य के लिए मनाते हैं। स्वास्थ ही सबसे बड़ा धन है। मान्यता है कि इस दिन धन्वंतरि समुद्र मंथन से आज पीतल के कलश में अमृत लिए प्रकट हुए थे। यह अमृत ही उत्तम स्वास्थ्य को दर्शाता है। 
ऋतु परिवर्तन के दौरान स्वास्थ का ध्यान अति आवश्यक है। अगले महीने से नई फ़सल आएगी उसी को संजोने के लिए बर्तन खरीदने तथा गांव में कोठिला (धान को सुरक्षित रखने के लिए मिट्टी का तैयार बिना दरवाज़े का घर) पारने की परम्परा रही थी जो बाद में धनतेरस को बर्तन खरीदने तथा घर मे घरकुंडा निर्माण से विस्तार पाया।
 ये कब सोने चांदी की खरीदारी में बदल गया पता नही और दीवाली धन ऐश्वर्य का प्रतीक बनती चली गयी।
धन्वंतरि आपको उत्तम स्वास्थ्य दें , लक्ष्मी धन संपदा दें और गणेश सदैव सद्बुद्धि दें।
शुभकामनाएं।
-रश्मि