Friday, June 1, 2012


केशव,
तुम तो सारथी हो सदा के
और रहोगे भी
किन्तु सखा.!
ये नहीं भूलना .
मेरे लिए एक ही महाभारत बहुत हुआ...
अगली पारी में कोई और पार्थ लाना...!!

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