हम क्या हैं , कैसे हैं और क्यों हैं....ये उपरवाले की तरफ से हमे दिया गया उपहार है ।
इसके बाद हम क्या बनते हैं, कैसे बनते हैं और क्यूँ बनते हैं, ये उपरवाले को हमारी तरफ से दिया गया return गिफ्ट होता है...।
...ज़िन्दगी का भरोसा नहीं, देखिएगा कहीं ईश्वर अपना return गिफ्ट का पैकेट खोल कर निराश न हो...!
No comments:
Post a Comment