नवरात्री की पूजा सर्वप्रथम भगवान श्रीराम ने समुद्र तट पर की थी। इसके बाद ही उन्होंने लंका की ओर प्रस्थान किया। रामलीलाओं में दशहरे के दिन राम ने रावण का वध किया और लंका पर विजय प्राप्त की। इसलिए इसे विजयादशमी भी कहते हैं।
दशहरे के दिन कई प्रान्तों में क्षत्रीय अपने अस्त्र शस्त्र की पूजा करते हैं। दक्षिण भारत में आयुध पूजा नवमी को मानते हैं। इसी दिन रामचन्द्र ने अपने छुपाये हुए शस्त्रों को बाहर निकाल पूजा था। कई स्थानों में कायस्थ परिवारों में गोबर से दसहरा बना कर कलम दवात की पूजा की जाती है।
अरे हाँ, दश-हरा मतलब दसमुखी रावण का हारना। ऐसा मुझे कर्नाटक में पता चला।
सबको यथोचित प्रणाम स्नेह और दशहरे की शुभकामनाएं।
Monday, October 12, 2015
नवरात्री की शुभकामनायें
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