बात उनके स्ट्रगल के दौर की थी। जी हाँ बच्चन साब की। बच्चन जी ने बताया कि एक बार उनकी उनके पिताजी से किसी बात पर ज़ोरदार बहस हुई। क्रोध में अमिताभ जी ने कह दिया कि, 'आपने मुझे पैदा ही क्यों किया था...?'
बाबूजी कुछ नहीं बोले। सुबह अमिताभ जी को अपने बिस्तर पर एक चिट्ठी मिली उसमे बाबूजी की एक कविता थी। कविता ठीक से याद नही पर उसका अर्थ कुछ यूँ था-
"बेटे, मुझे भी नहीं पता कि मेरे बाबूजी ने मुझे क्यों पैदा किया? मेरे पिता को दादा ने ऐसे ही पैदा किया होगा। दादा के पिता ने भी उनसे बिना पूछे ही उन्हें दुनिया में लाया। बेटा, तुम लीक पर मत चलना अपने बच्चे बिना उनकी अनुमति न पैदा करना....."
अमिताभ बच्चन इस घटना को बताते हुए ज़ोरदार ठहाका लगाते हैं।
-जन्मदिन की ढेरों बधाइयाँ बच्चन साब...!
Monday, October 12, 2015
11 अक्टूबर अमिताभ जी के जन्मदिन पर
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