इंडिया में मोस्टली दो तरह के टैलेंट रोज़ दम तोड़ते हैं।
- एक वो औरत जो कई हुनर और डिग्री रखते हुए, घर -परिवार और रसोई में ज़िन्दगी होम करती है।
- दूसरा वो आदमी जो अपने 'स्पार्क' को घर चलाने और कमाने में जला डालता है।
दोनों सूरतों में रोज़ तमाम ख़्वाब क़त्ल होते हैं इस छोटी सी सिंगल ज़िन्दगी के.....!
असली मायनो में स्वाधीनता तब मनेगी जब समाज या परिवार से हम एक स्त्री और एक पुरुष को लादी हुई बेढंगी ज़िम्मेदारियों से मुक्त करें।
#आज़ादी और #Revolution ...
#जयहिंद
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