शरीर और शरीर के सारे दुःख -दर्द तुम्हारे लिए मात्र 'मेडिकल' और 'क्लीनिकल' प्रश्न हो गए हैं..... पर मेरे लिए..........? ".....मेरे लिए... चुकते जाना है..... क्षण-क्षण कुंठित होना और तिल-तिल मरने को जीना..................."
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